जहां तक मैं तुम्हें जानता हूं, तुम ऐसे ही कुछ नहीं पूछते हो। जहां तक मैं तुम्हें जानता हूं, तुम ऐसे ही कुछ नहीं पूछते हो।
"खुशियो" को बड़े ही खूबसूरत "अंदाज़" से "गम" में "बदलते" हुवे "देखा" है हमने..!!"रिश्तो" में विश्वा... "खुशियो" को बड़े ही खूबसूरत "अंदाज़" से "गम" में "बदलते" हुवे "देखा" है हमने..!...
लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास